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Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News भारत में 2024 का लोकसभा चुनाव सवाल सिर्फ जमीनी मुद्दों का नहीं है। इस बार तो सवाल लोकतंत्र और संविधान का भी।
आम लोगों से जुड़ी हुई जरूरतों के सवाल के साथ-साथ इस देश में जितने भी इस चुनाव के वक्त उठे हैं शायद उन मुद्दों को अगर एक साथ इस देश के भीतर कुछ दिया जाए तो यकीन जानिए देते 70-75 बरस की राजनीति छोटी पड़ जाएगी, क्योंकि जिन मुद्दों के आसरे भारत की राजनीतिक खुद में परिवर्तन कर रही है, राजनीतिक दल खुद को बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं.
और राजनीतिक तौर पर सत्ता अपनी दशा और दिशा इस नए रूप में प्रकट कर रही है। सभी प्रदेश चुनाव के एग्जिट पोल Exit Poll का दिन है। यानी कल जब 6:00 बजे शाम को आखरी चरण की वोटिंग खत्म होगी उस। के बाद तमाम न्यूज़ चैनलों पर एग्जिट पोल रेंगने लगे का कोई न्यूज़ चैनल अपने तौर पर एग्जिट पोल नहीं करता है। उस सर्वे करवाता है। दूसरी कंपनियों के जरिए और दुनिया के भीतर अलग-अलग प्रोडक्ट्स को लेकर सर्वे खुद होते हैं।
और आपको जानकर हैरत होगी कि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियां जो बाजार को लेकर और उस में आने वाले किसी प्रोडक्ट को लेकर जो सर्वे करती है वह बहुत ही सटीक बैठ। Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
दुनिया भर में बड़ी कंपनियां अलग-अलग देशों में चुनाव को लेकर भी सर्वे करती है और भारत के भीतर भी अंतरराष्ट्रीय तौर पर जो कंपनियां है, अगर उसकी महंता ना देने की स्थिति किसी पॉलिटिकल पार्टी में है तो वह उन्हीं से सर्वे कराती है।
BJP did Exit Poll Survey from Germany Company
जर्मनी की सबसे बड़ी कंपनी जो इस क्षेत्र में माहिर है उसी से सर्वे बीजेपी ने कराया। इस देश के भीतर में अलग-अलग सर्वे करने वाली कंपनी कहें या फिर उनकी अपनी राजनैतिक समझ कहे सब कुछ तो कल स्क्रीन पर रहेंगे लेकिन सवाल है। 4 तारीख को चुनाव परिणाम के दिन की तस्वीर होगी। Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
हटकर कुछ नई सोच होगी या फिर उस धुंधलापन को गायब कर देगा कि आप 4 तारीख का इंतजार क्यों करें, जो 1 तारीख को हम दिखा रहे होगी या फिर उस धुंधलापन को गायब कर देगा कि आप 4 तारीख का इंतजार क्यों करें जो 1 तारीख को हम दिखा रहे हैं, वहीं असल सच है।
Election commission on 7th Phase of Voting | Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
सबसे पहला और महत्वपूर्ण सवाल तो यह है कि कल जब शाम में आखिरी चरण की वोटिंग खत्म होगी तो क्या इलेक्शन कमिशन उसका परसेंटेज फाइनल देने की स्थिति में होगा। उस वक्त एग्जिट पोल चल रहा होगा।
स्क्रीन पर दिखाई देने लगेगा। उसमें सातवें चरण में जो 57 सीटों पर वोटिंग हो रही होगी, उसका आखिरी परसेंटेज कितने वोट पड़े हैं। चुनाव आयोग बातें बता देगा या फिर भी 7 चरणों के अपने सातवें चरण के भी औपचारिकता इस एग्जिट पोल के जरिए निकाली जाएगी।
यह पहला सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर पहले चरण से लेकर छठे चरण तक की स्थिति को एक क्षण के लिए आप पहले देख लीजिए। जितना इसलिए महत्वपूर्ण है कि किस तरीके का पहली बार भारत के चुनाव में आया याद कीजिए। 19 अप्रैल पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल की रात में जानकारी दी गई कि 60 परसेंट की वोटिंग हुई है, लेकिन 11 दिनों के बाद यानी 30 अप्रैल को इलेक्शन कमीशन ने कहा कि नहीं। Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
जानकारी दी गई 60 परसेंट की वोटिंग हुई लेकिन 23 मई को इलेक्शन कमीशन ने कहा, साथ नहीं 62.2 सिद्दीकी दो परसेंट 60 पॉइंट 62.2 प्रसन्न की वोटिंग हुई है, कल 1 तारीख को उसका क्या परसेंटेज होगा। यह जानकारी एग्जिट पोल बताने वालों के पास नहीं हो तो इलेक्शन कमिशन रात में जो जानकारी देती है, पड़ जाती है दो तीन चार पांच दिनों के बाद लेकिन अब तो वक्त कम है। 4 तारीख को रिजल्ट आने वाला है तो फिर मान कर चलिए कि 3 तारीख को फाइनल परसेंटेज इलेक्शन कमिशन सातवें चरण का पता देता, लेकिन अब यहां से बड़ा सवाल शुरू होता है।
एग्जिट पोल की तस्वीर 4 तारीख से मैच करेगी। यही तो देश के भीतर जो बहुत महत्वपूर्ण सवाल लगातार चलते रहे और इंडिया गठबंधन हो। कांग्रेस अपने तौर पर और बीजेपी ही नहीं बल्कि देश के भीतर तमाम राजनीतिक तौर पर जो विशेषज्ञ है, वह भी इस बात की चर्चा करते रहे कि इन मुद्दों के आसरे चुनाव हो रहे हो।
मतलब दलित वोट किसके पक्ष में जाएगा जब मायावती साइलेंट इस देश का युवा खासतौर से बिहार यूपी बोर्ड कहां दे रहा होगा जबकि रोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बन चुकी है। Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
कर्नाटक तेलांगन और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आ गई तो वहां पर क्या हो रहा होगा?
तू छत पर है अपने तौर पर ममता बनर्जी, नवीन पटनायक जगन रेड्डी इन तीनों का क्या होगा, क्या बाटे बीजेपी ने मात दे देगी?
महाराष्ट्र भीतर असल शिवसेना कौन है ? Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
महाराष्ट्र भीतर असल शिवसेना कौन है, यह भी तो सवाल था तो उसमें क्या निकल कर आएगा। केजरीवाल का जेल से बाहर आना। क्या आम आदमी पार्टी को लाभ पहुंचाएगा? जेल में रहना जेल में है। वह जेल में रहना कहीं लाभ पहुंचा देगा झारखंड के भीतर झारखंड मुक्ति मोर्चा को।
कांग्रेस ने जिस तरीके से ओबीसी एसटी
इस दौर में कांग्रेस ने जिस तरीके से ओबीसी एसटी और एससी को लेकर राजनीतिक सवाल खड़े किए क्या वाकई कांग्रेस का पुराना वोट में उसके पास पहुंच गया है, यह सारे सवाल है। अब इन सवालों के चले सबसे बड़ी बात तो यह है कि दरअसल इस एग्जिट पोल के अलग-अलग सर्वे जो निकल कर आए। हमने आपको जानकारी भी दी कि दुनिया में सबसे बड़ी कंपनी के तौर पर जो जर्मनी की कंपनी है, वह अपने तौर पर काम करते हो और उसने भारत के चुनाव को लेकर भी काम किया।
इसके अलावा दूसरी कंपनियां हैं जो इस दौर में अलग-अलग न्यूज़ चैनलों के लिए सर्वे करती और उसकी एनालाइजर्स करके चैनल को देती और चैनल उसको दिखाते हुए डिस्कशन करता है। यही टोर्च को लेकर सवाल यह है कि। Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
बीजेपी को पूर्ण बहुमत क्या वाकई हर एग्जिट पोल में मिलने वाला है?
एग्जिट पोल के भीतर जो तीन चार कर्म नजर आने वाले हैं, उसमें बीजेपी को पूर्ण बहुमत क्या वाकई हर एग्जिट पोल में मिलने वाला है। यह सवाल इसलिए बड़ा है क्योंकि दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन यह दावा कर रहा है और आज भी किया कि हम सत्ता में आ रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी अपने तौर पर लगातार कह रही है कि हम मैट्रिक बना रहे हैं। Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
अब सवाल एग्जिट पोल की तस्वीर का है जो हमारे पास जानकारी निकलकर आई। इस एग्जिट पोल के जरिए इसलिए बड़ी महत्वपूर्ण है क्योंकि किसी भी एग्जिट पोल में आप बीजेपी 272 सीट नहीं पा रही है। ऐसी स्थिति हो सकता है। आपको दिखाई नहीं दे। Exit Poll 2024 lok Sabha Live | Today’s Breaking News
सिर्फ एग्जिट पोल में ही होगा कि नीचे की जो? नंबर होते हैं और जो ऊपर के नंबर होते हैं उसमें नीचे का नंबर 272 से नीचे हो। उसमें पहले डिजाइन में आ रहा है जहां पर बीजेपी क्राइसिस में है। वहां पर 256 फीट नीचे और ऊपर में 274 सीट दूसरे उसमें आ रहा है। 276 ऊपर में यानी 272 का जादुई आंकड़ा है और।
बीजेपी मजबूत हुई है, लेकिन एनडीए कमजोर हुआ है।
ऊपर की रानी 303 के करीब पहुंचने की स्थिति में है, लेकिन तीसरा आंकड़ा बतला रहा है कि बीजेपी सभा 300 सीट जीत जाएगी। यानी कांग्रेस अपने तौर पर 100 के आंकड़े को भी पकड़ पाएगी या नहीं पकड़ पाएगी। यह सबसे बड़ा सस्पेंस सिर्फ बीजेपी के आकलन करते वक्त में हूं। इसलिए बड़ा महत्वपूर्ण हो चला है कि कांग्रेस की महत्वपूर्ण है।
इसका दूसरा पक्ष यह है कि दरअसल बीजेपी मजबूत हुई है, लेकिन एनडीए कमजोर हुआ है।
और सहयोगी दलों में खासतौर से नीतीश कुमार और एकनाथ शिंदे की शिवसेना बहुत ही कमजोर साबित होकर इस चुनाव में क्या निकल रही है। एग्जिट पोल एक अलग डायमेंशन की तस्वीर है जहां पर आप को कमजोर दिखाई देगा। एनडीए तो किया।
गाली भी साथ निकल चुके हैं। वह साथ में है नहीं, शिवसेना थी। वो टूट गई। बिखर गई। तोड़ दिया गया और असली शिवसेना बाहर ही रह गई। नीतीश कुमार साथ में रहे फिर बाहर गई। इन परिस्थितियों के भीतर वह साथ है नहीं।
एनडीए कमजोर हो रहा है लेकिन इस एनडीए के भीतर पहली बार एंट्री चंद्रबाबू नायडू कि आंध्र प्रदेश के भीतर कराई गई है तो क्या आंध्र प्रदेश की सत्ता चंद्रबाबू नायडू के हाथ में जा रही है और यहां एक चीज और इस एग्जिट पोल के भीतर में जो नजर आने वाला है वो उड़ीसा की सत्ता और आंध्र प्रदेश की सत्ता।
विधानसभा के चुनाव भी साथ में और उसमें एग्जिट पोल के भीतर इस बात को टटोला गया है कि अगर राज्यों के चुनाव लोकसभा के साथ हो रहे हैं तो फिर लोकसभा की वोटिंग जिस तर्ज पर होगी उसी तर्ज पर विधानसभा की वोटिंग भी होगी। यानी प्रधानमंत्री मोदी जब 10 जून का निमंत्रण उड़ीसा की जनता को दे जाइएगा। हम लोग शपथ लेंगे तो क्या एग्जिट पोल उसी दिशा में जा रहा है?
उसी दिशा में एग्जिट पोल इस बार नजर आने वाला है। आंध्र प्रदेश के भीतर जगन रेड्डी के कुर्सी क्या जा रही है या बहुत ही कमजोर हो रहे हैं। दोनों चीजों के बीच कुमार जैन का अंतर है लेकिन चंद्रबाबू नायडू फायदे में।
इससे पहले कि सर्वे में जो निकली लकीर थी वह 276 की थी। इसमें 20 सीट कम 256 की है। उसका प्रभाव इन तीन राज्यों के जरिए ही उभर कर सामने आ रहा है जिसमें कोई भी कह सकता है। राजनीतिक तौर पर क्या इसका मतलब यह? कितनी बार बीजेपी को इस मैसेज को पढ़ कर रहा है कि तीसरी बार बीजेपी आ रही है?
सवाल यह है कि एग्जिट पोल इस दौर में खासतौर से अगर आपने कर्नाटक का चुनाव देखा। बंगाल का चुनाव देखा हिमाचल की परिस्थिति देखिए। पंजाब में जो आम आदमी पार्टी को देखा और दिल्ली के भीतर भी जो शुरू में चुनाव हुए थे या फिर 2015 में चले जाइए जो बिहार का चुनाव देखा परिवार चुनाव की स्थिति देखते देखते आप मध्यप्रदेश और राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव को लेकर जो एग्जिट पोल था उसमें।
बड़ी तादाद में एग्जिट पोल कमजोर साबित हुए और कमजोरी के साथ साथ गलत भी साबित हो।
एग्जिट पोल के आश्रय 2024 के चुनाव में 4 जून की लकीर खींची जा सकती है। यह सवाल है लेकिन यहां पर आखिर में हम तो मुद्दे और आपके सामने जरूर रखना चाहते हैं। पहली बार भारत के भीतर में मुद्दे जनता से जुड़े थे।
रोजगारी और महंगाई को लेकर ते आकलन अपने तौर पर बीजेपी को 220 से आगे कैसे ले जाएगा। जय अपने आप में एक सवाल है।
दूसरा सवाल जो खासतौर से सर्वे के जरिए निकल कर आया है जो अपने तौर पर कह रहा है जो अंतरराष्ट्रीय मार्केटिंग टीम की जो सर्वे है कि 290 से 325 के बीच में 335 के बीच में 325 के लगभग चुनाव जीतने की स्थिति में एक अंतरराष्ट्रीय बाजार को भी देख रहा है और तीसरी परिस्थिति सुधार में जनता तक बीजेपी का अपना कैडर का पहुंचने की जो बात है और जो।
मैनेज करने की स्थिति में है। कल होने वाली वोटिंग के मद्देनजर समझ सकते हैं कि वोटिंग से 1 दिन पहले राजा भैया को यह क्यों लग गया कि बीजेपी सत्ता में आ रही है। क्या पढ़ा?
और पूर्वांचल में तमाम जगहों पर r.s.s. सक्रिय हो गई और रामायण को लाल कपड़े में लपेटकर घर-घर वह पहुंच रही है। तेरी रही है और प्रतिज्ञा भी ले रही है कि पूर्वांचल के जो सीटें कितनी महत्वपूर्ण है और वहां पर कोई असर नहीं होना चाहिए और यहां पर हम खास।
पतला जी जो हमारी टीम ने अध्ययन किया उसमें जो खासतौर पर पूर्वांचल के सीटों में गाजीपुर के सीट बलिया के सीट चंदौली की सीट, सलेमपुर घोसी, देवरिया, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर।
R.s.s. कैडर इस दौर में सक्रिय खुलकर नजर आया और खुलकर नजर आने का मतलब यह है कि वह आर एस एस की भावना के तहत उन्हें साथ लेकर आ रहा है और दूसरी बात जो नजर आई इस दौर में किसी भी पॉलिटिकल पार्टी में यह प्रयास नहीं किया।
घर घर पहुंच कर लोगों को जोड़ें चाहे परिचय देते हुए ही क्यों ना हो लेकिन बीजेपी का कैडर जो पारंपरिक तौर पर पंछियों को घर-घर पहुंचाता था, उसने अपना काम जारी रखो। कैडर कहीं ज्यादा भारी इंडिया पर पड़ गया। यह सारे में एग्जिट पोल के उस रिसर्च के हिस्से के बाहर निकल कर आ रहे हैं।
Final Verdict
आपको कल टेलीविजन स्क्रीन पर दिखाई देने वाला। ज्ञानी 2-3 संदेश साफ है। पहला संदेश कांग्रेस 100 के पार नहीं जा रही है। इस एग्जिट पोल में अटक रही है। एवरेज में आइएगा तो 75 सीट पर जाति बात बन नहीं रही है। दूसरी तरफ हर हाल में BJP अपने बूते बहुमत पा रही है और बहुमत अपने बूते पाने का मतलब है कि पिछली बार की तुलना में कुछ कम हो सकती है और बहुत बढ़ भी सकती है। यह मैसेज पढ़ लिया है। एनडीए गठबंधन जो बीजेपी के सहयोगी दल है।
कमजोर साबित हुए हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस के साथ के जो क्षेत्र में दो अपने तौर पर 2019 की परिस्थिति या उससे कुछ जरा सा आगे बढ़ने की स्थिति में है।