बड़े भाई की मदत से आये इंडस्ट्री में
पंकज ने भाई की मदद से कई कार्यक्रमों में जाना शुरू कर दिया था। वे भाई के साथ एक कार्यक्रम में गए। उस समय भारत चीन से युद्ध कर रहा था। दर्शकों को उनका गाना “ऐ वतन के लोगों” मंत्रमुग्ध कर दिया। तभी उन्हें ५१ रुपये का ईनाम दिया गया। इसके बाद से ही उन्होंने गजल और गायिकी में अपना करियर शुरू किया था।
पंकज उधास के मशहूर गाने
अपनी सुंदर गजलें और गाने के कारण पंकज उधास काफी मशहूर हुए। उन्हें अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गजल, “चांदी जैसा रंग है तेरा”, ने म्यूजिक इंडस्ट्री में धूम मचा दी। उन्होंने कई साल तक गीत-संगीत क्षेत्र पर राज किया। वह पिछली बार “रात भर तन्हा रहा” गाना गाया। राज बब्बर और जीनत अमान की फिल्म “दिल तो दीवाना है” में इस गाने को गाया गया था। 1993 में रिलीज़ हुए एल्बम याद का गाना, “चिट्ठी आई है आई है”, भी बहुत लोकप्रिय रहा। इसके अलावा, लोग आज भी उनके लोकप्रिय गानों, जैसे “आहिस्ता कीजिए बातें”, “एक तरफ उसका घर” और “थोड़ी थोड़ी पिया करो” को गाते हैं।