Pankaj Udhas Death News: महान गजल गायक पंकज उधास अपने अंतिम सफर पर चले गए हैं। उनका अंतिम संस्कार आज मंगलवार को मुंबई के वर्ली हिन्दू क्रिमेटोरियम में हुआ। महान गायक सोमवार को चले गए। आज उन्हें अंतिम संस्कार से पहले राजकीय सम्मान से सम्मानित किया गया है। उनके अंतिम संस्कार में सोनू निगम और अनूप जलोटा सहित कई प्रसिद्ध लोग पहुंचे।
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पंकज उधास 72 साल के थे | Pankaj Udhas Death News
सोमवार को पंकज उधास का निधन हो गया। पंकज उधास 72 साल के थे। नायाब उधास, उनकी बेटी, ने पिता के निधन की दुखद खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। लोकप्रिय गजलकार के निधन से इंडस्ट्री शोक में है। दिवंगत गजल गायक के घर पर तमाम तबला वादक जाकिर हुसैन, गायक और कंपोजर शंकर महादेवन सहित कई लोग पहुंचे। पद्मश्री पंकज उधास को अंतिम संस्कार से पहले राजकीय सम्मान दिया गया।
पंकज उधास का बचपन | Pankaj Udhas Death News
पंकज उधास केशुभाई उधास और जितुबेन उधास के घर गुजरात के जेतपुर में 15 मई 1951 को जन्म लिया। उसके तीन भाइयों में वह सबसे छोटा था। उनके बड़े भाई मनहर उधास भी बॉलीवुड में गजल गायक हैं। उनके दूसरे बड़े भाई निर्मल उधास गजल गायक हैं।
कौन कौन पहुंचे अंतिम संस्कार में | Pankaj Udhas Death News
सोमवार को पंकज उधास के निधन पर सोनू निगम ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। आज उन्होंने गजल गायक के अंतिम संस्कार में भी भाग लिया। उस समय वे रोते रहे। सोनू निगम ने नम आखों से पंकज उधास को श्रद्धांजलि दी। पंकज उधास को उनके दोस्त अनूप जलोटा ने भी आखिरी विदाई दी। उन्होंने अपने दोस्त को सम्मान दिया। सोमवार को अनूप जलोटा ने कहा कि लोगों ने एक प्रसिद्ध गजल गायक को खोया है। मैं अपने प्रेमी को खो दिया। पंकज उधास की अंतिम यात्रा में अभिनेत्री विद्या बालन भी थीं। गीतकार के अंतिम संस्कार में अभिनेत्री ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पंकज उधास ने 7 साल की उम्र से गाना शुरू किया
पंकज उधास को बचपन से ही संगीत में रुचि थी। वह सिर्फ सात साल की उम्र में गाने लगा था। शुरू में वह सिर्फ शौक से गाते थे, लेकिन उनके भाई ने उनके गायन के गुण को पहचाना और उन्हें एक कार्यक्रम में गाने के लिए प्रेरित किया। पंकज को अपने साथ कार्यक्रम में ले जाना शुरू कर दिया।
बड़े भाई की मदत से आये इंडस्ट्री में
पंकज ने भाई की मदद से कई कार्यक्रमों में जाना शुरू कर दिया था। वे भाई के साथ एक कार्यक्रम में गए। उस समय भारत चीन से युद्ध कर रहा था। दर्शकों को उनका गाना “ऐ वतन के लोगों” मंत्रमुग्ध कर दिया। तभी उन्हें ५१ रुपये का ईनाम दिया गया। इसके बाद से ही उन्होंने गजल और गायिकी में अपना करियर शुरू किया था।
पंकज उधास के मशहूर गाने
अपनी सुंदर गजलें और गाने के कारण पंकज उधास काफी मशहूर हुए। उन्हें अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गजल, “चांदी जैसा रंग है तेरा”, ने म्यूजिक इंडस्ट्री में धूम मचा दी। उन्होंने कई साल तक गीत-संगीत क्षेत्र पर राज किया। वह पिछली बार “रात भर तन्हा रहा” गाना गाया। राज बब्बर और जीनत अमान की फिल्म “दिल तो दीवाना है” में इस गाने को गाया गया था। 1993 में रिलीज़ हुए एल्बम याद का गाना, “चिट्ठी आई है आई है”, भी बहुत लोकप्रिय रहा। इसके अलावा, लोग आज भी उनके लोकप्रिय गानों, जैसे “आहिस्ता कीजिए बातें”, “एक तरफ उसका घर” और “थोड़ी थोड़ी पिया करो” को गाते हैं।